Saraswati Mata Ki Aarti

शीतला माता की आरती

1. क्या सरस्वती माता की आरती / Saraswati Mata Ki Aarti हिंदी भाषा में लिखी गई है?

सरस्वती माता की आरती / Saraswati Mata Ki Aarti

हाँ, सरस्वती माता की आरती /Saraswati Mata Ki Aarti हिंदी भाषा में लिखी गई है। सरस्वती माता, हिन्दू धर्म के प्रमुख देवी-देवताओं में से एक हैं, और उनके प्रशंसन के लिए हमेशा से हि‍ंदुस्‍तान में प्रमुख स्‍थलों पर पूजा-पाठ किया जाता है। सरस्वती माता को संगीत, कला, संस्‍कृति, ज्‍न्‍न-प्रकाश, प्रेरणा, प्रेरक, पुस्तकों कि‍ सुप्रम प्रेरक, प्रकाश,प्रेरक,पुस्तकों कि‍ सुप्रम प्रेरक और विद्या की देवी माना जाता है।

Saraswati Mata Ki Aarti हिंदू धर्म में प्रचलित पूजा-पाठ का एक महत्‍वपूर्ण हिस्‍सा होता है, जिसमें भक्‍त अपनी संकल्‍पनाओं, मनोकामनाओं, आशाओं, प्रार्थनाओं को देवी-देवताओं के समक्ष प्रस्‍तुत करते हैं। सरस्वती माता की आरती ‘सरस्वती महिमा’ के नाम से प्रसिद्ध हुई है, और इसमें सरस्वती माता के सुन्‍दर स्‍तुति-प्रशंसा के पंक्‍ति होते हैं।

सरस्वती महिमा:

  1. जय सरस्वती माता, मैया जय सरस्वती माता।
  2. सद्‍गुण, संपन्‍न, ज्ञान विचारी, मैया जय सरस्वती माता॥
  3. मां की आरती जो कोई नर गावे, कहत शिव-नंदन स्वामी सुक्‍कर पाठा॥
  4. मैया जय सरस्वती माता॥

सरस्वती महिमा के प्रमुख पंक्‍ति हिंदी में ‘मैया जय सरस्वती माता’ होते हैं, इनमें सरस्वती माता के प्रमुख गुणों की प्रशंसा की गई होती है।

2. सरस्वती माता की आरती / Saraswati Mata Ki Aarti के प्रमुख संस्करणों में कौन-कौन से हिंदी शब्द प्रयोग हुए हैं?

सरस्वती माता की आरती/Saraswati Mata Ki Aarti

सरस्वती माता की आरती/Saraswati Mata Ki Aarti के प्रमुख संस्करणों में हिंदी भाषा के कई शब्द प्रयोग हुए हैं। इनमें से कुछ प्रमुख शब्दों का उल्‍लेख निम्‍नलिखित है:

1. सरस्वती:

हिंदी में ‘सरस्वती’ (Saraswati) शब्द का प्रमुख प्रयोग हुआ है, जो सरस्वती माता के नाम पर रूपान्‍तरित किया गया है।

2. माँ/माता:

‘माँ’ (Maa) और ‘माता’ (Mata) हिंदी में ‘mother’ के समकक्ष हैं और इन शब्दों का प्रयोग सरस्वती माता के सम्‍मुख पूजा-पाठ में हुआ है।

3. जय:

‘जय’ (Jai) हिंदी में ‘victory’ के समकक्ष है, और इसका प्रयोग सरस्वती माता की प्रशंसा में हुआ है।

4. प्रेम/प्रेमा:

‘प्रेम’ (Prem) और ‘प्रेमा’ (Prema) हिंदी में ‘love’ के समकक्ष हैं, और इन शब्दों का प्रयोग सरस्वती माता के प्रति प्‍रेम-पूर्ण भावना को व्‍यक्‍त करने के लिए हुआ है।

हिन्‍दी में ‘सरस्वती’, ‘माँ/माता’, ‘जय’, ‘प्रेम/प्रेमा’ जैसे शब्द सरस्वती माता की आरती में प्रमुखता से प्रयोग हुए हैं।

3. क्या आप सरस्वती माता की आरती/Saraswati Mata Ki Aarti के पहले पंक्ति को हिंदी में अनुवाद कर सकते हैं?

आरती की पहली पंक्ति:

जय सरस्वती माता, मैया जय सरस्वती माता।

सद्‍गुण, व्रत, ज्ञान, रूप, जैसे हमेशा धारा॥

हे सरस्वती माता, आपको जय हो।

हे सरस्वती माता, आपको जय हो।

हमेशा सुन्‍दर, पुरुषार्थपूर्ण, ज्ञानमय, सुंदरतम होने के कारण॥

हिंदी में प्रमुख प्रतिक:

  • सरस्वती माता: हिन्‍नु (हंस)
  • वाहन: हंस
  • पुस्तक: ज्ञान की प्रतिष्‍ठा
  • माला: माला के माध्‍यम से ज्ञान की प्रशंसा

हिंदी में प्रमुख पौराणिक कहानियाँ:

  • सरस्वती माता और ब्रह्‍मा देव की कथा
  • सरस्वती माता और विष्‍णु भगवान की कथा
  • सरस्वती माता और लक्ष्‍मी माता की संघर्षपूर्ण कहानी

4. सरस्वती माता की आरती /Saraswati Mata Ki Aarti में हिंदू धर्म से सम्बंधित कोन-कोन से प्रमुख प्रतीक, पौराणिक कहानियाँ और पुस्तकों का उल्लेख होता है?

हिंदू धर्म से सम्बंधित प्रमुख प्रतीक:

  • सरस्वती माता: हिन्‍नु (हंस)
  • वाहन: हंस
  • पुस्तक: ज्ञान की प्रतिष्‍ठा
  • माला: माला के माध्‍यम से ज्ञान की प्रशंसा

हिंदू पौराणिक कहानियाँ:

  • सरस्वती माता और ब्रह्‍मा देव की कथा
  • सरस्वती माता और विष्‍णु भगवान की कथा
  • सरस्वती माता और लक्ष्‍मी माता की संघर्षपूर्ण कहानी

हिंदू पुस्तकें:

  • “सरस्वती” – सोमनाथ मोलकले
  • “सरस्वती चालीसा” – आदिशंकराचार्य
  • “विद्या सुख प्रदायिनी सरस्वती” – अमृतलाल नागर

5. क्या आप सरस्वती माता की आरती /Saraswati Mata Ki Aarti के अंतिम पंक्ति को हिंदी में अनुवाद कर सकते हैं?

आरती की अंतिम पंक्ति:

माँ, सरस्वती, महा माया, जगम्‍बे, सुन्‍दर सुमन्‍धले॥

हे माँ सरस्वती, हे महा माया, हे जगम्‍बे, हे सुन्‍दर सुमनों वाली॥

6. सरस्वती माता की आरती /Saraswati Mata Ki Aarti के प्रमुख संस्करणों में हिंदी भाषा में गाये जाने वाले धुनों का उल्लेख होता है?

हिंदी में प्रमुख संस्करण:

  • सरस्वती माता की आरती – अनुप जलोटा
  • सरस्वती माता की आरती – सोनू निगम
  • सरस्वती माता की आरती – हेमलता ककड़िया

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https://en.wikipedia.org/wiki/Saraswati

सरस्वती माता की आरती

जय सरस्वती माता,
मैया जय सरस्वती माता ।
सदगुण वैभव शालिनी,
त्रिभुवन विख्याता ॥
जय जय सरस्वती माता…॥

चन्द्रवदनि पद्मासिनि, द्युति मंगलकारी ।
सोहे शुभ हंस सवारी,
अतुल तेजधारी ॥
जय जय सरस्वती माता…॥

बाएं कर में वीणा,
दाएं कर माला ।
शीश मुकुट मणि सोहे,
गल मोतियन माला ॥
जय जय सरस्वती माता…॥

देवी शरण जो आए,
उनका उद्धार किया ।
पैठी मंथरा दासी,
रावण संहार किया ॥
जय जय सरस्वती माता…॥

विद्या ज्ञान प्रदायिनि,
ज्ञान प्रकाश भरो ।
मोह अज्ञान और तिमिर का,
जग से नाश करो ॥
जय जय सरस्वती माता…॥

धूप दीप फल मेवा,
माँ स्वीकार करो ।
ज्ञानचक्षु दे माता,
जग निस्तार करो ॥
॥ जय सरस्वती माता…॥

माँ सरस्वती की आरती,
जो कोई जन गावे ।
हितकारी सुखकारी,
ज्ञान भक्ति पावे ॥
जय जय सरस्वती माता…॥

जय सरस्वती माता,
जय जय सरस्वती माता ।
सदगुण वैभव शालिनी,
त्रिभुवन विख्याता ॥

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