Laxmi Ji Ki Aarti: मां लक्ष्मी की आरती

Laxmi mata ki aarti

Laxmi Ji Ki Aarti : हिंदू धर्म के अनुसार माता लक्ष्मी धन की देवी मानी जाती है। यह देवी घर में होने वाले आर्थिक संकट को जड़ से खत्म कर देती हैं। अगर आप भी धन की कमी से परेशान हैं तब आपको Laxmi Ji Ki Aarti जरूर करनी चाहिए। इससे आपके आर्थिक संकट के साथ घर में होने वाली हर दिक्कतों से छुटकारा मिलता है। आरती की विधि और फायदे जानने के लिए आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़े। 

लक्ष्मी जी की कहानी

प्राचीन कथा के अनुसार ग्रामीण इलाके में साहुकार रहता था। साहूकार की एक छोटी बेटी थी, जोकी पूजा अर्चना में विश्वास रखने वाली थी। वह लड़की एक पीपल के पेड़ को हमेशा जल प्रदान करती थी, उसे ऐसा करना बहुत अच्छा लगता था। एक दिन माता लक्ष्मी के रूप में उस पीपल के पेड़ के पास एक लड़की प्रकट हो जाती है। वह लड़की साहूकार की पुत्री से मित्रता का प्रस्ताव रखती है। लेकिन साहूकार की पुत्री कुछ नहीं बोलती और वहां से चली जाती है। जब वह लड़की अगले दिन पीपल के पेड़ के पास जाती है तब दोबारा उसे माता लक्ष्मी के रूप में प्रकट लड़की मिल जाती है, और दोनो एक दूसरे से  मित्रता कर लेती हैं। 

एक दिन जब वह दोनों पीपल के पेड़ के पास एक दूसरे से बात कर रही थी तब लक्ष्मी जी के रूप में प्रकट लड़की ने साहूकार की बेटी को अपने घर आने का न्यौता दिया। साहूकार की लड़की उसके घर जाने के लिए राजी हो जाती है। अगले दिन वह लक्ष्मी जी के घर जाती है वहां पर लक्ष्मी जी ने उस लड़की के स्वागत में खाने पीने का प्रबंध किया था और उसके लिए उपहार भी रखे थे। साहूकार की लड़की ने लक्ष्मी जी के घर जाकर भोजन ग्रहण किया और उपहार लेकर अपने घर आने लगी तभी लक्ष्मी जी ने उसे रोका और कहा- “क्या तुम मुझे अपने घर नहीं बुलाओगी?” तब साहूकार की लड़की ने बहुत ही उदासी भाव में लक्ष्मी जी को आने का निमंत्रण किया।

कुछ देर बाद साहूकार के पुत्री अपने घर पहुंच गई और वहां पर अपने पिता से सभी बातों का जिक्र किया। साहुकार की बेटी सारी बात बताते समय, काफी उदास महसूस कर रहे थी। इसके पीछे यह कारण था कि उसके घर में लक्ष्मी जी को देने के लिए कुछ नहीं था और अच्छे पकवान बनाने के लिए किसी प्रकार का अन्न और मिष्ठान नहीं था। साहुकार ने अपनी बेटी की बात सुनकर उसे समझाने की कोशिश की “तू चिंता मत कर सब ठीक होगा”। आखिरकार वह दिन आ ही गया, जब माता लक्ष्मी साहूकार की बेटी के घर आने वाली थी। इस दिन साहूकार ने अपनी बेटी को समझाया और कहा कि घर की साफ सफाई कर ले, मंदिर में दीपक जला दे, और एक लड्डू और बताशे का प्रबंध करके रख दे। 

साहूकार की लड़की ने अपने पिता के अनुसार बताए गए हर कार्यों को पूर्ण किया, और घर की खिड़की पर खड़ी हो गई। तभी उसे दूर आकाश में एक चील आती हुई दिखाई दी, जिसके मुंह में किसी महारानी का हार था और  वह चील ने हार को लड़की के सामने गिरा दिया और उसके घर में रखे लड्डू को मुंह में दबाकर उड़ गया। यह देखकर लड़की सोच में पड़ गई, “यह कैसी अचंभित घटना है” फिर उसने इसे भगवान का आशीर्वाद समझ कर रख लिया और सुनार के पास जाकर उसे बेचकर सभी स्वागत की सामग्री खरीद ली। अब साहुकार की लड़की ने अपने सहेली के स्वागत का हर इंतजाम कर लिया था। तभी लक्ष्मी जी उसके घर पर आ जाती है और उसके स्वागत से बहुत प्रसन्न होती है। साहुकार की बेटी की सेवा और उसका असीम प्रेम देखकर लक्ष्मी जी उसे आशीर्वाद देने लगती हैं।

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लक्ष्मी जी की आरती करने के फायदे

लक्ष्मी जी की आरती करने के चमत्कारी फायदे हैं। यहां पर कुछ अनसुने फायदों के बारे में बताया गया है जिन्हे आपको जरूर पढ़ना चाहिए।

  • लक्ष्मी जी की आरती करने से घर में धन की कमी नहीं रहती।
  • दांपत्य जीवन में होने वाली हर समस्या का समाधान हो जाता है।
  • गणेश जी और लक्ष्मी जी की आरती एक साथ करने से निसंतान स्त्री को पुत्र की प्राप्ति होती है।
  • लक्ष्मी जी की आरती करने से विवाहित जीवन खुशहाल रहता है।
  • लक्ष्मी जी की आरती करने से हर पाप धुल जाते हैं।
  • माता की आरती करने से घर में अनाज की कमी नहीं रहती है।
  • लक्ष्मी जी की आरती करने से घर में सुख और समृद्धि का वास होता है।

लक्ष्मी जी की आरती कैसे करें

माता लक्ष्मी की कृपा से हर अधूरे काम पूरे हो जाते हैं, माता लक्ष्मी जी की आरती के लिए आप नीचे बताई गई विधि का उपयोग कर सकते हैं।

  • सबसे पहले प्रातः काल उठकर स्नान करें और साफ-सुथरे कपड़े पहने।
  • अपने पूजने वाले स्थान को लेले पीला या पिला कपड़ा बिछाकर माता लक्ष्मी का आसान बनाएं 
  • इसके बाद माता लक्ष्मी की तस्वीर या मूर्ति को साफ करें और मंदिर वाली जगह पर विराजित करें।
  • अब माता लक्ष्मी की मूर्ति के आगे जल से भला कलश रखें, फूल चढ़ाए और मिष्ठान का भोग लगाएं।
  • इसके बाद माता लक्ष्मी के आगे तेल के दीपक जलाएं और आरती करें।
  • आरती के साथ-साथ माता लक्ष्मी के मंत्र का जाप करें।
  • आरती पूरी होने के बाद परिवार के सभी सदस्यों को आरती का अर्घ्य दें।
  • आरती संपन्न होने के बाद माता लक्ष्मी की आरती का एक दीपक तुलसी के पास रखें। ऐसा करने से माता तुलसी की कृपा आप पर बनी रहती है। 

Laxmi Ji Ki Aarti in Hindi में पढ़ें

माता लक्ष्मी जी आरती से धन की कमी दूर हो जाती है अगर आपके घर में आर्थिक परेशानी है तब आपको माता लक्ष्मी की आरती करनी चाहिए। माता लक्ष्मी की  पूरी आरती के लिए आगे पढ़ें।

                               laxmi ji ki aarti / लक्ष्मी जी की आरती

महालक्ष्मी नमस्तुभ्यं,
नमस्तुभ्यं सुरेश्वरि ।
हरि प्रिये नमस्तुभ्यं,
नमस्तुभ्यं दयानिधे ॥पद्मालये नमस्तुभ्यं,
नमस्तुभ्यं च सर्वदे ।
सर्वभूत हितार्थाय,
वसु सृष्टिं सदा कुरुं ॥ॐ जय लक्ष्मी माता,
मैया जय लक्ष्मी माता ।
तुमको निसदिन सेवत,
हर विष्णु विधाता ॥उमा, रमा, ब्रम्हाणी,
तुम ही जग माता ।
सूर्य चद्रंमा ध्यावत,
नारद ऋषि गाता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥

दुर्गा रुप निरंजनि,
सुख-संपत्ति दाता ।
जो कोई तुमको ध्याता,
ऋद्धि-सिद्धि धन पाता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥

तुम ही पाताल निवासनी,
तुम ही शुभदाता ।
कर्म-प्रभाव-प्रकाशनी,
भव निधि की त्राता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥

जिस घर तुम रहती हो,
ताँहि में हैं सद्‍गुण आता ।
सब सभंव हो जाता,
मन नहीं घबराता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥

तुम बिन यज्ञ ना होता,
वस्त्र न कोई पाता ।
खान पान का वैभव,
सब तुमसे आता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥

शुभ गुण मंदिर सुंदर,
क्षीरोदधि जाता ।
रत्न चतुर्दश तुम बिन,
कोई नहीं पाता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥

महालक्ष्मी जी की आरती,
जो कोई नर गाता ।
उँर आंनद समाता,
पाप उतर जाता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥

ॐ जय लक्ष्मी माता,
मैया जय लक्ष्मी माता ।
तुमको निसदिन सेवत,
हर विष्णु विधाता ॥

Ashish Rawat

my name is ashish singh rawat . I am from Devbhumi Uttrakhand and post graduate in political science. i like write poems and creative paper works art.

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